पुलिस अब खाकी को बदनाम करने पर तुली हुई

कानपुर । उत्तर प्रदेश की मित्र कहलाने वाली पुलिस अब खाकी को बदनाम करने पर तुली हुई है | वाहन चेकिंग के नाम पर गाड़ियों का चालान काटना व सीज करना अपना अधिकार समझ बैठी है, लेकिन अगर वाहन चालक के पास गाडी के पेपर नहीं है तो चालान कर सकती है,गाडी को सीज भी कर सकती है,लेकिन कानपुर पुलिस अब इससे एक हाथ आगे निकल चुकी है | पुलिस अब वाहनों को सीज करने के साथ-साथ चालकों को हवालात की सैर करवा रही है | कहने और सुनने में कुछ अजीब जरूर लगेगा,लेकिन कानपुर पुलिस अब इसी ढर्रे पर काम करने लगी है | ताजा मामला कानपुर के कर्नलगंज थाना क्षेत्र का है जंहा वाहन चेकिंग कर रही पुलिस ने दो युवको की गाडी को सीज कर दिया,जबकि उनके पास पूरे पेपर,हेलमेट व ड्राइविंग लाइसेंस भी था | गाड़ियों को सीज करने के बाद वाहन चालकों को पकड़कर पुलिस सीधा थाने ले आयी | दोनों लड़के भाजपा के कार्यकर्ता थे लिहाजा उन्होंने अपनी पार्टी के वरिष्ठ लोगो को फोन कर दिया | देखते ही देखते भाजपा के तमाम कार्यकर्ता,पार्षद थाने पहुंचे और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे | पुलिस ने जब गाडी नहीं छोड़ी तो कार्यकर्ताओ ने सीओ कर्नलगंज अजीत कुमार का उनके आफिस में घेराव कर दिया | थाने में हंगामा होने की जानकारी जब पुलिस के बड़े अधिकारियो को हुयी तो उन्होंने फोन पर दिशा-निर्देश देकर लड़को को छुड़वा दिया | थाने में हंगामे और नारेबाजी के बाद पुलिस जब बैकफुट पर तो आ गई,लेकिन भाजपा कार्यकर्ता चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करने की मांग करते रहे,जिसपर चौकी इंचार्ज सरबत अली को लाइन हाजिर कर दिया गया | भाजपा पार्षद विकास का कहना है कि मोदी और योगी जी की सरकार में  इस तरह का बर्ताव कतई बर्दास्त नहीं किया जाएगा |  वंही इस पूरे प्रकरण में एसपी अनिल कुमार का कहना है कि दो बच्चे बगैर हेलमेट गाडी चलाते हुए पकडे गए थे जिनको थाने में बैठाने की बात आई है | घटनस्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी |